शारीरिक शिक्षा विभागए स्कूल ऑफ एजुकेशन ;शिक्षा स्कूलद्ध का एक अंग है स इसकी स्थापना सत्र 2006 दृ 07 में कला संकाय के अन्तर्गत हुई थी स बी० पी० एड० पाठ्यक्रम की शुरुआत एन०सी०टी०ई० की उत्तर क्षेत्रीय समिति द्वारा एन०सी०टी०ई०एक्ट 1993 के 15 ;बद्ध;अद्ध के अंतर्गत प्रदत पत्रांक संख्या थ्ण् छत्ब् ध् छब्ज्म् ध् थ् दृ 7 ध् न्त्.77ध्6234.6242 दिनांक 9 सितम्बर 2006 के आधार पर बिड़ला परिसर श्रीनगर में स्ववित्त पोषित योजना के अंतर्गत की गयी थी स सत्र 2013 दृ 2014 से बी०पी०एड० पाठ्यक्रम नियमित योजना में परिवर्तित कर दिया गया स वर्तमान समय तक बी०पी०एड० पाठ्यक्रम के 13 बैच सफलता पूर्वक उत्तीर्ण होकर व्यावसायिक रूप में स्थापित ध् उच्च शिक्षा हेतु देश के प्रतिष्ठित शारीरिक शिक्षा संस्थानों में अध्ययनरत हैं स विभाग द्वारा सत्र 2016 दृ 2017 में एम०पी०एड० पाठ्यक्रम की भी शुरुआत की गयी थीए जिसे तकनीकी कारणों से विगत सत्र में बंद कर दिया गया है ए यद्यपि एम०पी०एड० कोर्स को पुनः प्रारम्भ करने की प्रक्रिया चल रही है स इसके अतिरिक्त विभाग में पी०एचडी० पाठ्यक्रम में भी दो बैच के शोधार्थी शोधरत हैं स
शारीरिक शिक्षा विभाग अपनी स्थापना के समय से ही खेल.कूद की अन्तर्विश्वविद्यालयए अन्तर्महाविद्यालय एवं ओपन प्रतियोगिताओं के आयोजन में सक्रिय भागीदारी निर्वहित करता रहा है स विभाग के विद्यार्थियों को विभिन्न खेल.कूद प्रतियोगिताओं में आयोजन एवं निर्णयन संबंधी क्षमताओं के विकास के अवसर प्राप्त होते हैं स विभाग द्वारा विश्वविद्यालय परिसर की विभिन्न टीमों की अन्तर्महाविद्यालय प्रतियोगिताओं में एवं विश्वविद्यालय की टीमों की अन्तर्विश्वविद्यालय प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग हेतु तैयारी शिविर के आयोजन में भी भूमिका रही है स
विभाग में कार्यरत शिक्षक एवं शोधार्थी शारीरिक शिक्षा एवं खेल के क्षेत्र में शोधकार्यों में सक्रिय रहते हैं तथा विभिन्न सेमीनारए संगोष्ठियाँ तथा कार्यशालाओं में प्रतिभाग करते रहते हैं स उनके द्वारा अपने शोध पत्र पीयर रिव्यूड एवं यू०जी०सी० केयर सूची में अंकित शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित किये गए हैं तथा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में तकनीकी अधिकारी के रूप में भी कार्य किया है स