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हिमालयन जलीय जैव विविधता विभाग

हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल यूनिवर्सिटी

एक केंद्रीय विश्वविद्यालय

विभाग के बारे में

हिमालयनजलीय जैवविविधताविभाग
हिमालयनजलीय जैवविविधताविभागवर्श 2010 मेंअस्तित्वमेंआयाजोकिहिमालयी क्षेत्र के विभिन्नपहलुओंपरज्ञानप्रदानकरने के लिए समर्पितहै।अपनीविषिश्टता के कारणहिमालय हमेषा से हीदुनियाभर के षोधकर्ताओं के आकर्शण का केंद्ररहाहै।जैवविविधतासम्बंधित षोध कार्यमेंइसकीबहुतमहत्वपूर्णभूमिकाहै।विभाग की स्थापना का उद्देष्य हिमालय श्रृंखलामेंजलीय जैवविविधताऔरअन्य प्रासंगिकजीवों के अन्वेशणऔरसंरक्षणमेंउत्सुक, युवाओंकोअवसरप्रदानकरनाहै।प्रत्येक षैक्षणिक सत्र मेंकेवलस्नातकोत्तर कक्षाओंहेतुग्यारह (11) जिज्ञासुछात्रों का चयनविष्वविद्यालय द्वारास्क्रीनिंगपरीक्षा के माध्यम से कियाजाताहै।प्रवेषपरीक्षा प्रत्येक षैक्षणिक सत्र के लिए विष्वविद्यालय द्वारावार्शिकरूप से आयोजित की जातीहै।चारसेमेस्टरवाले इस नियमितषिक्षणकार्यक्रममें समय परआतंरिकमूल्यांकन एवंविभिन्नमुद्दोंपरगहनचर्चाएॅषामिलहैं। एम.एस.सी.हिमालयनजलीय जैवविविधतामेंछात्रोंकोजलीय जैवविविधता के विभिन्नपहलुओंमेंज्ञान, कौषलऔरविषेशज्ञताप्रदानकरताहै।छात्रोंकोजलीय पारिस्थितिकी, जल गुणवत्तामूल्याकंन, संरक्षणजीवविज्ञानऔरजलीय संसाधनों के सततउपयोगहेतुविषेश रूप से तैयारकियाजाताहै।विभाग के पासपाठ्यक्रम की आवष्यकता के अनुसारप्रयोगों के संचालन के लिए अच्छीतरह से सुसज्जितप्रयोगषालाहै।दैनिकपाठ्यक्रम के साथ, जैवविविधतासंरक्षण के विभिन्नपहलुओं के प्रतिछात्रोंकोजागरूककरने के लिए पाठ्येतरगतिविधयांभीनियमित रूप से संचालित की जातीहै।हिमालयनजलीय जैवविविधताविभागपीएच.डी. के अवसरभीप्रदानकरताहै, उम्मीदवारों का चयनराश्ट्रीय स्तर के संयुक्तप्रवेषपरीक्षा के बादसाक्षात्कार के माध्यम से होताहै।पारिस्थितिकी, जलीय पारिस्थितिकी, टैक्सोनोमीऔरजलवायुपरिवर्तनजैसेविभिन्नविशयोंमेंइच्छुकउम्मीदवारइसकेलिए आवेदनकरसकतेहै।सफलछात्रोंकोविष्वविद्यालयों, कईसरकारीऔरगैर-सरकारीअनुसंधानसंगठनोंजैसेप्रदूशणनियंत्रण बोर्ड, वनविभाग, मत्स्य विभाग, राश्ट्रीय जैवविविधताप्राधिकरण, जूलाॅजिकलसर्वेआॅफइंडिया, पर्यावरणवनऔरजलवायुपरिवर्तनमंत्रालय इत्यादिमेंभविश्य संवारने का मौकामिलताहै।
वर्तमानमेंविभाग के संकाय सदस्यों के पासजैवविविधता के विभिन्नपहलुओंमेंषिक्षणऔरअनुसंधान का उत्कृश्ट अनुभवहै।संकाय मे पहलेभीसीएसआईआर-यूजीसीनेट, गेट, आईसीएआर-नेटजैसेफैलोषिप से सम्मानितकियाजाचुकाहै।संकाय सदस्य नियमित रूप से अंतर्राश्ट्रीय औरराश्ट्रीय संगोश्ठियों/सम्मेलनोमेंभागलेतेहैंऔरवर्तमानमेंभीजलीय जैवविविधता, जल प्रदूशणऔरजलवायुपरिवर्तनजैसेविभिन्नविशयोंपरसक्रिय रूप से कार्यरतहैं।

 

Last Updated on 20/11/2020