विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से अर्थशास्त्र विभाग कार्य कर रहा है। तब से यह अर्थशास्त्र में शिक्षण और अनुसंधान के लिए प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है। विभाग विश्वविद्यालय के सभी तीन परिसरों में डॉक्टरल कार्यक्रम के अलावा स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर शिक्षण प्रदान करता है। विभाग के संकाय सदस्य सक्रिय रूप से अनुसंधान गतिविधियों में लगे हुए हैं और अनुसंधान परियोजना पूर्णता, कई क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्र प्रकाशनों, अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय कार्यशालाओं, सेमिनारों और सम्मेलन में भागीदारी आदि के रूप में व्यापक रूप से योगदान करते हैं। विभाग भी आमंत्रित करता है। देश भर के विभिन्न विजिटिंग संकाय सदस्य जो विभाग के ज्ञान और अनुभव के पूल को भरने में सहायता करते हैं। वर्तमान में विभाग के अनुसंधान का प्रमुख क्षेत्र क्षेत्रीय, ग्रामीण विकास, महिला अध्ययन, कृषि, उद्योग, बैंकिंग और वित्त रहा है। इन अनुसंधान क्षेत्रों का अन्वेषण संकाय सदस्यों द्वारा किया गया है, साथ ही अनुसंधान विद्वानों की सक्रिय भागीदारी और विभिन्न शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों के समर्थन के माध्यम से। अनुसंधान गतिविधियों की सहायता के लिए विभाग ने संकाय सदस्यों और अनुसंधान विद्वानों के लिए एक कंप्यूटर लैब की स्थापना की है। विभाग का उद्देश्य विभिन्न आर्थिक क्षेत्रों पर अपनी साझा दृष्टि से संकाय सदस्यों, अनुसंधान विद्वानों और छात्रों को एक साथ बाँधने वाली एक संयुक्त टीम की स्थापना करना है जो समाज और उसकी अर्थव्यवस्था में रचनात्मक योगदान दे सके।